नई दिल्ली— हम आज़ादी के 78वे बर्ष में प्रवेश कर गए हैं। आजादी के जसन को मानने की त्यारिया जोर शोर से चल रही है। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी 13 बी बार लाल क़िले पर झंड़ा फेहरायेंगे। ऐसा करने वाले बह तीसरे प्रधानमन्त्री होंगे।
दिल्ली पुलिस भी इस बार स्वतंत्रता दिवस पर अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। आजादी के जश्न के दौरान लाल किले के नजदीक अगर ड्रोन या इसके जैसी कोई दूसरी संदिग्ध वस्तु आसमान में दिखती है और पुलिस उसे गिरा नहीं पा रही है तो वहां मौजूद वीवीआईपी को किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की होगी। इसके लिए पुलिस पहले से जगह की पहचान किए रहेगी। मंगलवार को आला पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने सख्त हिदायत दी है कि सुरक्षित जगह का चुनाव सुनियोजित तरीके से हो। इसके लिए पहले से रिहर्सल भी कर लिया जाए।
मंगलवार को सीपी ने पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) व उनसे सीनियर सभी पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। इसमें पुलिस आयुक्त ने कहा है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान किसी जवान को आतंकी व शरारती तत्व दिख जाए तो वह पहले किस अधिकारी को बताएगा। उस आतंकी को मार गिराने का फैसला कौन लेगा। ऐसे में यह पहले ही सुनिश्चित करना जरूरी है कि आतंकी को मार गिराने का फैसला सेक्टर ऑफिसर लेगा या फिर और कोई लेगा। जिस जवान ने आतंकी देखा है कि वह दूसरे अधिकारी व अपने सेक्टर ऑफिसर को कैसे सूचित करेगा। उन्होंने इसकी रिहर्सल करने के आदेश दिए हैं।स्वतंत्रता दिवस समारोह की सुरक्षा के लिए करीब 800 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।