पुणे- ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा ओर अपनी धार्मिक पहचान छिपाने के लिए किए गए प्रयास भी काम नहीं आए। पहलगांव आतंकी हमले में कौस्तुभ गणबोटे की भी आतंकियों ने हत्या की थी। कौस्तुभ की पत्नी संगीता ने इस भीषण आतंकी हमले की दास्तां बयां की है। जिसे सुनकर हर किसी का खून खौल उठेगा। संगीता ने बताया कि कैसे उसने और उसके साथ गए समूह की अन्य महिलाओं ने हमलावरों को पुरुषों से ‘अजान’ पढ़ने के लिए कहते हुए देखा और तुरंत अपने माथे से बिंदी हटा दी और क्योंकि बंदूकधारी आतंकवादियों ने महिला के पति और उसके दोस्त को भी नहीं छोड़ा, जो पुणे का ही रहने वाला था।
संगीता गणबोटे ने बताया कि, हमले के दौरान जब एक स्थानीय मुस्लिम व्यक्ति ने हमलावरों से पूछा कि वे निर्दोष लोगों को क्यों मार रहे हैं, तो उन्होंने उसे नंगा कर दिया और गोली मार दी। संगीता ने शरद पवार से उस भयावह अनुभव को साझा किया, जब एनसीपी (एसपी) प्रमुख शोकाकुल परिवार के सदस्यों से मिलने गए थे, जहां उन्होंने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी।
जगदाले की पत्नी ने बताया कि आतंकवादी हमले के समय कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था। उन्होंने कहा, ‘हम मदद के लिए चिल्लाने की स्थिति में भी नहीं थे क्योंकि बंदूकधारी आतंकवादी चारों ओर थे।’उन्होंने मांग की कि अपराधियों को उनकी पत्नियों और बच्चों के सामने लोगों की हत्या करने के लिए कड़ी सजा मिलनी चाहि
